विनायक दामोदर सावरकर
(जन्म: 28 मई 1883 - मृत्यु: 26 फ़रवरी 1966)
Vinayak Damodar Savarkar
(Born: 28 May 1883 - Death: 26 February 1966)
उपनाम:- स्वातंत्र्यवीर या वीर सावरकर के नाम से भी संबोधित किया जाता है।
•राष्ट्रवादी नेता, वकील, राजनीतिज्ञ, कवि, लेखक और नाटककार वीर सावरकर का जन्म प्रेसीडेंसी ब्रिटिश भारत के भागुर गाँव, नासिक, (बंबई) में हुआ था। हिन्दू राष्ट्रवाद की राजनीतिक विचारधारा ('हिन्दुत्व') को विकसित करने का बहुत बड़ा श्रेय सावरकर को जाता है। जिन्होंने परिवर्तित हिंदुओं के हिंदू धर्म को वापस लौटाने हेतु सतत प्रयास करते हुए कई आन्दोलन चलाए थे और सामूहिक "हिंदू" पहचान बनाने के लिए ‘हिंदुत्व ‘शब्द गढ़ा ।
•सावरकर जी हिन्दू समाज में प्रचलित जाति-भेद एवं छुआछूत के घोर विरोधी थे।
शिक्षा :-
•कला स्नातक, फर्ग्युसन कॉलेज, पुणे।
राजनैतिक पार्टी :- अखिल भारतीय हिन्दू महासभा।
स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका :-
•वर्ष 1904 में अभिनव भारत नामक एक क्रान्तिकारी संगठन की स्थापना की।
•वर्ष 1905 में बंगाल के विभाजन के बाद पुणे में विदेशी वस्त्रों की होली जलाई।
•10 मई 1907 में इंडिया हाउस, लन्दन में प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की स्वर्ण जयन्ती मनाई।
•हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में समर्थन देते हुए ‘हिन्दी को राष्ट्रभाषा व देवनागरी को राष्ट्रलिपि घोषित करने का संकल्प लिया।
•अंडमान की सेल्यूलर जेल में काला पानी की सजा काटते हुए उन्होंने बन्दियों को शिक्षित करने का काम तो किया ही, साथ ही साथ वहां हिन्दी के प्रचार-प्रसार हेतु काफी प्रयास किए।
उपन्यास :- काळेपाणी – (काला पानी ), मला काय त्याचे – (आल्हा कानून) ।
नाटक :- संगीत उ:शाप, संगीत संन्यस्त खड्ग, संगीत उत्तरक्रिया तथा बोधिसत्व- (अपूर्ण) ।
प्रसिद्ध पुस्तक :-
•द इंडियन वॉर ऑफ इन्डिपेंडेंस।
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