तेलंगाना राज्य
(Telangana State)
2 जून 2014 को देश के 29वें राज्य तेलंगाना की स्थापना हुई थी ।
तेलंगाना तेलुगू के अंगाना शब्द से बना है जिसका अर्थ'ऐसी जगह जहां तेलुगू बोली जाती है ।
हालांकि तेलंगाना के गठन का इतिहास भारत के स्वाधीनता के समय से ही चला आ रहा था ।
गौरतलब है की इसका वर्तमान स्वरुप 2 जून 2014 को अस्तित्व में आया ।
तेलंगाना राज्य के अस्तित्व के साथ ही प्रत्येक वर्ष 2 जून को इसे स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
राज्य के गठन के उपरांत चंद्रशेखर राव पहले मुख्यमंत्री बनें तथा एस एल नरसिम्हन राज्य के पहले राजयपाल के रूप में मनोनीत हुए ।
वर्तमान में भी तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव है तथा तमिलसाई सुंदरराजन राज्य की राज्यपाल है।
तत्कालीन समय में तेलंगाना के निजाम, 'तेलंगाना' शब्द का प्रयोग करते थे क्योंकि वें अपने क्षेत्र को मराठी बोलने वाले राज्यों और तेलंगाना के बीच का अंतर करते थे ।
सन् 1799 में निजाम ने तेलंगाना में स्वतंत्र राज्य स्थापित कर हैदराबाद को अपनी साम्राज्य की राजधानी बनाई ।
इसके बाद निजाम ने ब्रिटिश सरकार के साथ एक समझौते के तहत आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के तटवर्ती क्षेत्रों को ब्रिटिश सरकार को सौंप दिया ।
1947 में भारत की आजादी के बाद जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल ने हैदराबाद के अंतिम निजाम को भारत संघ में शामिल होने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया।
सितंबर 1948 में भारतीय सेना ने हैदराबाद को कब्जे में ले लिया और आखिरकार हैदराबाद भारत संघ का हिस्सा बन गया।
1 नवंबर 1956 को तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के क्षेत्रों की एक भाषा होने के कारण दोनों का विलय हो गया।
तेलंगाना को राज्य बनाने के लिए वर्ष 1969 के समय से शुरूआत हो गई थी
जैसे जैसे समय व्यतीत होता गया उसके साथ ही तेलंगाना को राज्य बनाने की मांग पूरजोर से होती रही।
तेलंगाना को राज्य बनाने हेतु 1969, 1972 और 2009 मे भी व्यापक रूप से आन्दोलन किये गए थे ।
इस तरह से आन्दोलन करने की वजह से ही तेलंगाना को राज्य बनाने में सहायता मिली।
तेलंगाना को राज्य बनाने की घोषणा भारत सरकार द्वारा वर्ष 2009 को अधिकारिक रूप से की थी।
सरकार की इस घोषणा के पश्चात तेलंगाना के प्रदेश में भी कई जगहों पर हिंसा हुई।
लेकिन इस बढती हुई हिंसा को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2009 में भारत सरकार ने इस मुद्दे को आगे बढ़ाने की कोशिश नहीं की और इसे विराम दे दिया।
भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 1 मार्च 2014 को तेलंगाना राज्य को लेकर मंजूरी दे दी ।
इस फैसले को लेकर उसी दिन राजपत्र अधिसूचना भी निकाली गयी।
4 मार्च 2014 को भारत सरकार ने घोषित किया की तेलंगाना राज्य का गठन किया जाएगा ।
इसके बाद 2 जून 2014 को तेलंगाना राज्य का निर्माण किया गया।
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