छत्तीसगढ़ के पर्यावरण कार्यकर्ता आलोक शुक्ला - ‘गोल्डमैन पुरस्कार 2024’(Chhattisgarh's environmental activist Alok Shukla - 'Goldman Prize 2024')
✅ छत्तीसगढ़ के पर्यावरण कार्यकर्ता और छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के संयोजक आलोक शुक्ला को 2024 गोल्डमैन पर्यावरण पुरस्कार के लिए चुना गया है। गोल्डमैन पर्यावरण पुरस्कार, जिसे ग्रीन नोबेल पुरस्कार के नाम से भी जाना जाता है।
✅ छत्तीसगढ़ का हसदेव अरंड वन क्षेत्र छत्तीसगढ़ का फेफड़ा माना जाता है। यह क्षेत्र कोयले से समृद्ध है और 2010 में सरकार ने खनन के लिए निजी कंपनियों को दो कोयला ब्लॉकों की नीलामी की।
✅ इनके आंदोलन से सरकार ने 2022 में क्षेत्र में कोयला खदानों की प्रस्तावित नीलामी रद्द कर दी।
✅ अब तक सात भारतीयों को गोल्डमैन पर्यावरण पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है-
1992 में मेधा पाटकर, 1996 में एम.सी.मेहता, 2004 में रशीदा बी और चंपा देवी शुक्ला, 2014 में रमेश अग्रवाल और 2017 में प्रफुल्ल सामंतरा।
✅ गोल्डमैन पर्यावरण पुरस्कार की स्थापना 1989 में अमेरिकी दम्पति रिचर्ड और रोडा गोल्डमैन द्वारा की गई थी।
✅ प्रथम गोल्डमैन पर्यावरण पुरस्कार की घोषणा 1990 में की गई थी।
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