*वर्ष 2019 से 2024 चुनावी बांड संबंधी आँकड़ें*
(Electoral Bonds Data from 2019 to 2024)
✅ चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 12 अप्रैल, 2019 और 24 जनवरी, 2024 के बीच आश्चर्यजनक रूप से ₹6,060.5 करोड़ के चुनावी बांड भुनाए। यह राशि कुल चुनावी बांड का 47.5% है।
✅ भाजपा के बाद, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस ₹1,609.5 करोड़ (कुल का 12.6%) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ₹1,421.9 करोड़ (11.1%) के साथ क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रही।
✅ लॉटरी टाइकून सैंटियागो मार्टिन के स्वामित्व वाली फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज पीआर, राजनीतिक दलों के लिए सबसे बड़े दानकर्ता के रूप में उभरी। फर्म ने चुनावी बांड के माध्यम से 1,368 करोड़ रुपये का दान दिया।
✅ क्षेत्रीय दलों को अप्रैल 2019 और जनवरी 2024 के बीच चुनावी बांड के माध्यम से 5,221 करोड़ रुपये से अधिक का चंदा मिला। चुनावी बांड योजना वर्ष 2018 में शुरू की गई थी।
✅ भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ के नेतृत्व में पांच न्यायाधीशों वाली संविधान पीठ ने 15 फरवरी, 2024 को नई दिल्ली में चुनावी बांड योजना को असंवैधानिक घोषित किया था।
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