google.com, pub-1480548673532614, DIRECT, f08c47fec0942fa0 google.com, pub-1480548673532614, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Kabu Education : क्या व्लादीमिर पुतिन का जलवा 2036 तक कायम रहेगा?

क्या व्लादीमिर पुतिन का जलवा 2036 तक कायम रहेगा?


 क्या व्लादीमिर पुतिन का जलवा 2036 तक कायम रहेगा?



वर्ष 1922 से पहले तक रूस राजतन्त्र की शासन प्रणाली में चलता रहा। 1922 से 1991 तक सोवियत यूनियन कई छोटे बड़े देशों का संघ था। केवल साम्यवादी पार्टी सत्ता में प्रमुख थी। केन्द्रीय शासन व्यवस्था थी। लेकिन 1991 तक सोवियत यूनियन के 15 टुकड़े हो गए।


रूस उनमें सबसे बड़ा भाग रहा। उस कठिन दौर में रूस की जनता ने बोरिस येल्तसिन को अपना  राष्ट्रपति लगातार 2 टर्म (1991-1999 तक) तक चुना। लेकिन इन 8 सालों में वे रूस को प्रगति के पथ पर नहीं ला पाये और जनता में असंतोष बढ़ता गया। बोरिस येल्तसिन ने भारी मन से 1999 में अपना इस्तीफा सौंप दिया।


उस वक्त येल्तसिन के अधीन प्रधानमंत्री व्लादिमीर पुतिन हुआ करते थे। संवैधानिक नियमों के अनुसार राष्ट्रपति के इस्तीफा देते ही पुतिन 1999 में कार्यवाहक राष्ट्रपति बन गए।


पुतिन का जन्म 7 ऑक्टोम्बर 1952 को हुआ था। प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति बनने से पहले वे तत्कालीन सोवियत संघ की इंटेलिजेंस एजेंसी केजीबी में कई वर्षों तक जासूस या इंटेलिजेंस ऑफिसर रहे।


रूस की जनता ने पुतिन में अपार संभावनाएं दिखी। जनता ने अपने पॉपुलर वोट सिस्टम से 1999 से लेकर 2008 तक लगातार 2 टर्म तक उनको राष्ट्रपति बनाया।


बचपन से ही जुडो जैसी मार्शल आर्ट में पारंगत पुतिन अपनी एंग्री यंगमैन की छवि के लिए जाने जाते थे। 2015 में उन्होंने एक जगह कहा था कि अगर झगड़ा तय है तो पहला पंच आप मारो। अपनी उग्र और स्मार्ट कार्यशैली के चलते वे रूस में बहुत तेजी से आर्थिक बदलाव लाए और रूस के मध्यम वर्ग को आर्थिक रूप से बहुत सशक्त बना दिया। यद्यपि अमीर वर्ग को सहारा देने के आरोप भी उनपर लगते रहे।


राजनीतिक उठापठक के चलते 2008 से 12 तक 1 टर्म के लिए जनता का पॉपुलर वोट दमिट्री मेदवेदेव के पक्ष में गया और वे राष्ट्रपति बन गए और पुतिन को एक ओहदा नीचे प्रधानमंत्री बनना पड़ा। लेकिन अपने प्रभावी व्यक्तित्व एवं अधिकारियों के साथ देशव्यापी सम्पर्क के चलते वे प्रधानमंत्री होते हुए भी राष्ट्रपति की अधिकतर शक्तियों का निर्वाहन कर रहे थे।


2012 में जनता ने फिर से पुतिन में विश्वास जताया और वे तीसरे और चौथे टर्म में अब तक लगातार राष्ट्रपति बने हुए है। टर्म भी चार साल से छः साल कर दिया गया।


सरल भाषा में समझें तो रूस में 1991 से अबतक 7 बार राष्ट्रपति के चुनाव हुए है उसमें पुतिन 4 बार भारी मतों से जीते है। अगला चुनाव 2024 में होना है तथा एक सर्वे के अनुसार रूस की 48% जनसंख्या आज भी पुतिन के पक्ष में है। कुछ विवादास्पद संवैधानिक संशोधन उनके काल में हुए है या करवाये गए है जिसमें एक राष्ट्रपति लगातार दो से अधिक बार राष्ट्रपति बन सकता है।


कभी आइस हॉकी खेलते हुए कभी पावर बाइक पर सवार होकर, कभी घोड़े पर सवार होकर, कभी युद्धक विमान में सवारी करके वे अपनी माचोमैन वाली छवि को दुनियां को दिखाते रहते है। दुनियां के कई हिस्सों में अभी भी अपनी दबंगई दिखाते हुए उन्होंने यूएसए के खिलाफ दुनियां में पावर संतुलन स्थापित करने का खेल खेला है और कई जगह सफल भी रहे है।


क्या लगता है आपको 2024 या आगे भी पुतिन अपना जलवा कायम रख पायेंगे?



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